स्वास्थ्य मंत्रालय की जानकारी 4.3% पॉजिटिव अब तक 1,86,906 की जांच,

स्वास्थ्य मंत्रालय की जानकारी 4.3% पॉजिटिव अब तक 1,86,906 की जांच,

नई दिल्ली :स्वास्थ्य मंत्रालय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके पिछले 24 घंटे में सामने आए कोरोना केस और तैयारियों की पूरी जानकारी पेश की। वहीं ICMR ने बताया कि अब तक 1,86,906 सैंपल टेस्ट किए गए हैं जिनमें से 4.3 फीसदी पॉजिटिव पाए गए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के जॉइंट सेक्रटरी लव अग्रवाल ने कहा, ‘इस परेशानी से पूरी दुनिया जूझ रही है। हमारा शुरू से प्रयास अडवांस ऐक्शन पर रहा है। हम तैयारियों के मामले में इस खतरनाक वायरस से एक कदम आगे चल रहे हैं। आप सभी इसमें सहयोग करें। देश हर स्थिति से लड़ने के लिए तैयार हैं। इस लड़ाई में सरकार के सभी अंग और प्राइवेट सेक्टर शामिल हैं। इसमें सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण आम लोगों का सहयोग है। बहुत जरूरी है कि हम सोशल डिस्टैंसिंग का पालन करें।’ 

24 घंटे में 34 लोगों की मौत 
स्वास्थ्य मंत्रालय ने पिछले 24 घंटे के आंकड़े पेश किए। मंत्रालय के मुताबिक अब तक 8356 कोरोना के पॉजिटिव केस मिले हैं। कल से आज तक 909 नए मामले सामने आए हैं वहीं 273 लोगों की मौत हो गई है। पिछले 24 घंटे में इस खतरनाक वायरस से 34 जिंदगियां निगल लीं। स्वास्थ्य मंत्रालय के जॉइंट सेक्रटरी ने बताया कि पॉजिटिव न्यूज ये है कि अब तक 716 लोग इस खतरनाक वायरस से निजात पा चुके हैं और उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। कल से आज तक 74 लोग ठीक हुए हैं और उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई है। 

टेस्टिंग बढ़ाने पर फोकस 
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि सरकार का ध्यान चांज बढ़ाने पर है। इसके लिए देशभर में 14 इंस्टिट्यूट मार्क किए गए हैं। इस समय देश का फोकस पॉजिटिव पेशंट के क्लीनिकल मैनेजमेंट पर और प्रोटोकॉल फॉलो करने पर है। अग्रवाल ने कहा, ‘हमारी रणनीति क्या है? हम लोगों ने अपने कोविड केसेज को अनैलाइज किया। लगभग 80 प्रतिशत केस ऐसे होते हैं जो कोविड केयर सेंटर में ट्रीट किए जाते हैं। इसके अलावा कुछ का कोविड हेल्थकेयर सेंटर में इलाज होता है। क्रिटिकल केस को कोविड हॉस्पिटल में ले जाया जाता है जहां वेंटिलेटर और आईसीयू फैसिलिटी होती है।’ 

तैयारियों में एक कदम आगे 
लव अग्रवाल ने कहा कि सरकार एक कदम आगे की तैयारी कर रही है। उन्होंने कहा, ‘अगर हम केस देखें तो 29 मार्च को 979 पॉजिटिल केस थे। आज 8000 से ज्यादा केस हैं। इसमें से करीब 20 प्रतिशत केस हैं जिनको आईसीयू सपॉर्ट की जरूरत होगी। आज भी हमारे पास 1671 ऐसे मरीज हैं जिनको आईसीयू की जरूरत होगी। स्प्षट रहें कि सरकार तैयार है और सिचुएशन को हैंडल कर सकती है। 29 मार्च को 163 अस्पताल में 41900 बेड अवेलेबल थे। 4 अप्रैल को 67 हजार बेड उपलब्ध थे। 9 अप्रैल को 1000 बेड की जरूरत थी तो 85 हजार बेड उपलब्ध थे थे। आज हमारे पास 602 अस्पतालों में 1 लाख 5 हजार बेड उपलब्ध हैं।’ 

अग्रवाल ने उदाहरण देते हुए बताया, ‘केरल में 950 से ज्यादा काएक अस्पताल बनाया गया है। अहमदाबाद में 1200 बेड का अस्पताल कोविड के लिए मार्क किया गया है। इस तरह हर शहर में डेडिकेटेड हॉस्पिटल बनाया गया है। कटक में 150 बेड का हॉस्पिटल तैयार है। मुंबई में 700 बेड वाला सदर्न हॉस्पिटल है। इस लड़ाई में प्राइवेट सेक्टर को भी शामिल किया गया है। अपोलो अस्पताल में भी 4 टेस्टिंग लैब बनाई गई है और 400 बेड डेडिकेट किए हैं। मैक्स हॉस्पिटल ने भी 200 बेड कोविड के लिए निर्धारित किए हैं। मिलिटरी ने 9000 के करीब बेड मार्क किए हैं और इनको बढ़ाने की भी योजना है।’ 

रोज हो रहे 16 हजार टेस्ट 
ICMR की तरफ से बताया गया कि देश में 129 टेस्टिंग फैसिलिटी सेंटर हैं। आज 2 बजे तक 1,86,906 सैंपल टेस्ट किए गए जिनमें से 7953 यानी 4.3 प्रतिशतक पॉजिटिव केस मिले। पिछले पांच दिनों में औसत रूप से 16 हजार से ज्यादा टेस्ट किए जा रहे हैं जिसमें से औसतन 584 पॉजिटिव केस मिल रहे हैं। 

गृह मंत्रालय ने कहा, साइबर क्राइम से ऐसे निपटें 
गृह मंत्रालय की प्रवक्ता ने कहा, इंटर स्टेट और इंट्रास्टेट ट्रांसपॉर्ट में सामान को ले जाने में कोई रोक नहीं है। गोदाम में सामान स्टोर किया जा सकता है। स्टेट अथॉरिटी को सुनिश्चित करना है कि जरूरी सामान को बनाने वाले मजदूरों को सुचारु रूप से पास मिले जिससे इन यूनिट्स में बाधा न आए। उन्होंने कहा, ‘आजकल वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं। ऐसे में ऑनलाइन ट्रांजैक्शन हो रहा है। गृह मंत्रालय ‘साइबर दोस्त’ के जरिए आपको उपयोगी राय दे रहा है। साइबर दोस्त ट्विटर हैंडल को फॉलो करें। cybercrime.gov.in पर साइबर क्राइम रिपोर्ट कर सकते हैं।’ 

5000 ट्रेन कोच वॉर्ड के रूप में तैयार 
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया ऑर्डिनंस फैक्ट्री ने अरुणाचल प्रदेश में 50 टेंट लगाए हैं। एक टेंट में दो मरीज आ सकते हैं और उनका इलाज किया जा सकता है। पब्लिक सेक्टर यूनिट भी काम कर रही है। एचएएल ने बेंगलुरु में अस्पताल के बेड कोविडके लिए निर्धारित किए गए हैं। 5000 ट्रेन कोच को आइसोलेशन वॉर्ड के रूप में तैयार किया गया है।

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