
शहर के मेन पोस्ट ऑफिस और अन्य जगह पर काम करने वाले दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों को निकालने की तैयारी चल रही है। कुछ दिन पहले रायपुर से आदेश निकाला गया है जिसमे किसी भी जगह 1 अगस्त से आउट साइडर कर्मचारियों से काम नहीं लेना है, जिसके बाद ही इन्हें जल्द काम पर नहीं आने को कहा जा रहा है। ऐसा होने से ना सिर्फ आने वाले दिनों में पोस्ट ऑफिस के तमाम तरह के काम प्रभावित होंगे, बल्कि दूसरी समस्याएं भी बढ़ेंगी।
सारे कर्मचारियों ने प्रदर्शन भी किया लेकिन प्रशासन मौन ही दिखाई दे रहा , इन कर्मचारियों ने जून से प्रदर्शन की बात भी कही है ।वही पूरे छत्तीसगढ़ में
क्योंकि जिले और संभाग के लगभग हर जगह कम से कम हर पोस्ट ऑफिस सेक्टर में 4 से 5 वेतनभोगी कर्मचारी काम कर रहे हैं और विभागीय जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। दूसरी तरफ कई पोस्ट ऑफिस में कर्मचारियों के रिटायरमेंट के बाद नई नियुक्तियां अटकी हुई हैं। उनका काम भी दैवेभो कर्मचारी ही कर रहे हैं ।
ऐसे में इन कर्मचारियों को निकाल देने से पूरे छत्तीसगढ़ डाक विभाग के कार्यो पर असर पड़ना लाज़िम है वही निकाले कर्मचारियों की माने तो वो स्वयं को ठगा सा महसूस कर रहे है इनके हिसाब से ” संसारी से प्रीतड़ी, सरै न एको काम |
दुविधा में दोनों गये, माया मिली न राम ||”
जैसी कहावत को चरितार्थ कर रहा है डाक विभाग ?

