टाइम के 100 प्रभावशाली लोगों में शामिल हुई शाहीन बाग की दादी बिलकिस
सीएए और एनआरसी के विरोध में हुए जिस शाहीन बाग प्रदर्शन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयोग नहीं, प्रयोग कहा था और यह भी कहा था कि आतंकवादियों को उनके कपड़ों से पहचाना जा सकता है, शाहीन बाग की दादी के नाम से मशहूर बिलकिस को अमेरिकी टाइम पत्रिका ने 100 सबसे ज्यादा प्रभावशाली व्यक्तियों में माना है। लेकिन इसके साथ ही टाइम ने नरेंद्र मोदी को भी उस सूची में शामिल किया है।
बिलकिस उन हजारों प्रदर्शनकर्ताओं में से एक थीं जो दिल्ली के शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) के खिलाफ महीनों बैठी रहीं। उनके बारे में पत्रकार राणा अय्युब ने लिखा है कि ‘बिलकिस को मशहूर होना चाहिए ताकि दुनिया तानाशाही के खिलाफ संघर्ष की ताकत का एहसास करे।’
टाइम मैगजीन की तरफ से लिस्ट जारी होने के बाद ट्विटर पर ‘शाहीन बाग’ ट्रेंड करने लगा। यूजर्स ने लिखा कि इस उम्र में बिलकिस के संघर्ष का जज्बा काबिलेतारीफ है। कांग्रेस नेता सलमान निजामी ने बिलकिस को बधाई देते हुए एक तस्वीर ट्वीट की। दीपांशु ने लिखा कि ‘दादी जी रॉकिंग।’ गणेश ने लिखा कि ‘हमारे देश की दादी किसी से कम हैं क्या।’
कोरोना वायरस के चलते खत्म हुआ था प्रदर्शन :
सीएए के खिलाफ शाहीन बाग में ऐक्टिविस्ट्स से लेकर स्थानीय लोगों ने लंबे वक्त तक प्रदर्शन किया था। जब भारत में कोरोना वायरस के केस बढ़ने लगे तो ऐहतियातन दिल्ली पुलिस ने शाहीन बाग में प्रदर्शन स्थल को खाली करवा दिया था। जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मार्च में ‘जनता कर्फ्यू’ का ऐलान किया था तब
बिलकिस ने कहा था, “अगर प्रधानमंत्री को हमारी सेहत की इतनी ही चिंता है तो आज इस काले कानून को रद्द कर दें फिर हम भी रविवार के दिन को जनता कर्फ्यू में शामिल हो जाएंगे।
इस सूची में राजनेता कलाकार, अभिनेता, बड़े-बड़े लोग, मशहूर शख़्सियतों को चुना जाता है। प्रधानमंत्री मोदी को ‘नेताओं’ की श्रेणी में जगह दी गई है तो ‘शाहीन बाग की दादी’ को ‘आइकॉन’ श्रेणी में रखा गया है। वैसे, इस दादी का असली नाम बिलकिस है।