Reported by : सलीम कुरैशी (पालघर)…
पालघर : शिक्षकों और गैर-शिक्षण कर्मचारियों के वेतन के लिए पालघर जिले में एक स्वतंत्र वेतन सत्यापन कार्यालय शुरू किया जा रहा है। अब जिले की सम्बंधित कार्य हेतु संचालित ठाणे कार्यालय में फेरी लगाना बंद कर दिया जाएगा वहीँ सरकार द्वारा लिए गए इस निर्णय से शिक्षकों को बहुत राहत मिली है।
बता दें कि ठाणे जिले के विभाजन और पालघर जिले के गठन के बाद भी, अधीक्षक, वेतन और भविष्य निधि दस्ते (माध्यमिक और प्राथमिक) और लेखा अधिकारी, वेतन सत्यापन दस्ते का कार्यालय छह वर्षों से पालघर में काम नहीं कर रहा था। अंततः 8 सितंबर को पालघर में इस कार्यालय की स्थापना के लिए एक सरकारी निर्णय लिया गया। नरेश पाटिल को इस कार्यालय का अधीक्षक नियुक्त किया गया है। वहीँ पाटिल ने बताया कि कार्यालय का काम शुरू हो गया है।
उन्होंने यह भी कहा कि कार्यालय कर्मचारियों और कार्यालय के लिए आवश्यक कोड प्राप्त करने के बाद कार्यालय पूरी क्षमता से काम करना शुरू कर देगा। चूंकि पालघर जिले में वेतन और भविष्य निधि दस्ते कार्यालय और वेतन सत्यापन कार्यालय शुरू करना आवश्यक है, इसलिए इस कार्यालय को उपलब्ध स्वीकृत पदों से शुरू करने का निर्णय लिया गया है। जैसा कि अल्पसंख्यक और प्रौढ़ शिक्षा निदेशालय की योजनाएं लगभग समाप्त हो गई हैं, समान वेतनमान में अतिरिक्त सात पद इस कार्यालय को आवंटित किए गए हैं।
पिछले छह साल से जिले में शिक्षा विभाग के शिक्षकों सहित सभी कर्मचारियों को वेतन सत्यापन के लिए ठाणे जाना पड़ता था। हाल ही में तालाबंदी के दौरान, क्लर्कों को वेतन के लिए काम करने के लिए ठाणे जाना पड़ रहा था, वहीँ पालघर में एक स्वतंत्र वेतन सत्यापन कार्यालय स्थापित होने से शिक्षकों और गैर-शिक्षण कर्मचारियों को एक बड़ी राहत मिली है।