Friday, April 19, 2024

बिलासपुर/ पत्नी “पुलिस अधिकारी” का “ख़ौफ़” दिखाकर “पत्रकार” कर रहा “पत्रकार” को परेशान…

Chhattisgarh Digest News Desk ; Edited by : Nahida Qureshi, Farhan Yunus.

पत्नी “पुलिस अधिकारी” का “ख़ौफ़” दिखाकर “पत्रकार” कर रहा “पत्रकार” को परेशान….

बिलासपुर : छत्तीसगढ़ न्यायधानी में पत्रकारिता करने के दौरान अब पत्रकारों को ही मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है, जिसमें अब पत्रकारों के खिलाफ पत्रकारों को ही उलझना पड़ रहा है, जिसके खिलाफ अब शिकायत रेंज आईजी तक पहुँच रही है.

मिली जानकारी के मुताबिक दयालबंद टिकरापारा निवासी दीपक (अंशु) बजाज पिता धरम पाल बजाज उम्र 35 वर्ष ने बताया कि वह विगत साल भर से पत्रकारिता के क्षेत्र व वर्तमान में प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक जर्नलिस्ट एसोसिएशन के जिला सचिव के पद पर कार्यरत है, इस दौरान दयालबंद टिकरापारा निवासी आशीष मौर्य पिता रज्जू मौर्य उम्र तकिरबन 33 वर्ष जो कि बिलासपुर सीसीएन अभी तक न्यूज़ चैनल में क्राइम रिपोर्टर का कार्य करता हैं, उनके द्वारा पिछले कुछ समय से आये दिन विभिन्न जगहों पर मुझे अपराधी कहते हुए लोगो के सामने बताता है और छवि को धुमिल करने का कार्य करता है, जिससे वह और उसका परिवार अत्यधिक परेशान है. उसने बताया कि आशीष द्वारा प्रार्थी को जगह-जगह अपराधी कहते हुए बदनाम करने का प्रयास करता है.

मामला :

प्रार्थी ने बताया कि आज से तकरीबन 12 से 14 वर्ष पूर्व अपराध पंजीबद्ध हुआ था, तो वही वर्तमान में उससे वह दोषमुक्त भी करार दिया जा चुका हूं. बावजूद इसके आशीष द्वारा लगातार उसकी छवि को धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है, और सोशल मीडिया में मेरे नाम को लेकर दुष्प्रचार करता है कि फर्जी पत्रकार पैदा हो रहे है और पत्रकारिता जगत को बदनाम करने अंशु बजाज आ रहे है, जिससे बच कर रहे, जिसकी वजह से वह बेहद परेशान है और उसका जीवन बेहाल हो गया है, उसका कहना है कि क्या एक बार यदि मैं किसी मामले में अपराध पंजीबद्ध हुआ तो मेरा जीवन खत्म हो गया है, मुझे जीवन में कुछ काम करने का हक नही है क्या ?

प्रार्थी ने बताया कि दिनांक 24 अगस्त की दोपहर तकरीबन 1 बजे मोहल्ले में रहने वाले 02 युवक मैग्नेटो मॉल के समीप पकड़ाए है, जिनकी गाड़ी में प्रेस लिखा हुआ था. जानकारी मिली कि युवकों से पूछने पर वह प्रार्थी का नाम ले रहे है, जिसके बाद प्रार्थी को थाना बुलाया गया. जहाँ पहुँचने पर देखा कि मोहल्ले में रहने वाले 02 युवको को थाना में बैठाकर पूछताछ की जा रही थी. पूछने पर उन्होंने बताया कि अंशु भाई ने बोला कि गाड़ी में प्रेस लिखवा लो. जबकि वास्तविकता कुछ और ही थी. प्रार्थी ने बताया कि कुछ दिनों पूर्व उनमें से 01 युवक ने उससे पूछा था कि यदि मेरे कोई परिवार का सदस्य प्रेस में कार्य करते है तो क्या मैं अपनी गाड़ी में प्रेस लिखवा सकता हूं तो प्रार्थी ने उसे यह जवाब दिया था कि यदि ऐसा है तो लिखवा लो.

उन्होंने शिकायत में बताया कि यदि ऐसा कुछ था तो इसमें प्रार्थी की क्या गलती ? प्रार्थी ने बताया कि जिसके बाद उसे थाना प्रभारी के कक्ष में बुलाया गया वहां मौजूद थाना प्रभारी प्रदीप आर्या व थाना के अधिकारी/कर्मचारी सहित प्रेस क्लब के अध्यक्ष व पत्रकार साथी भी मौजूद थे. इस दौरान एक बार फिर आशीष द्वारा उसे नीचा दिखाने की नीयत से सबके सामने जिस अपराध से वह तकरीबन 06 वर्ष पूर्व दोषमुक्त हो चुका है उसे लेकर टिपण्णी करते हुए देखिए यह है फर्जी पत्रकार अंशु बजाज जो पूर्व में जेल काट कर आये हैं और अब पत्रकार बनकर फिर रहे है.

प्रार्थी ने बताया कि फील्ड में भी यदि आशीष कही मिलता है तो भी उसका बर्ताव ठीक नही रहता. वह उसे बदनाम करते हुए जगह-जगह दुष्प्रचार कर छवि धूमिल करने का प्रयास करता है, जिससे वह और उसका परिवार स्तब्ध व दुखी है. मालूम हो कि चूंकि आशीष की पत्नी पुलिस विभाग में पदस्थ है वह उस बात की भी धौस दिखाता है और ज्यादा होशियारी करेगा तो तेरा कैरियर बिगाड़ दूंगा कहता है. जिससे मैं और मेरा पूरा परिवार काफी डरे हुए है और मैं मानसिक रूप से बहुत परेशान हूं. यदि कल को मैं या मेरे परिवार का कोई भी सदस्य किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना को अंजाम देता है, तो इसका जिम्मेदार सिर्फ आशीष मौर्य होगा.

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