
अर्ध सेना झंडा दिवस कोष की स्थापना कर वायदा निभाएं गृह मंत्रालय रणबीर सिंह
फोर्सेस भलाई संबंधित मुद्दों को लेकर कॉनफैडरेसन चेयरमैन श्री एचआर सिंह पुर्व एडीजी सीआरपीएफ के नेतृत्व में एक्स पैरामिलिट्री प्रतिनिधि मंडल द्वारा 2 फरवरी 2021 को माननीय केंद्रीय गृह सचिव से नॉर्थ ब्लॉक कार्यालय में मुलाकात हुई थी।
महासचिव रणबीर सिंह ने प्रैस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि पुरानी पैंशन बहाली, सीपीसी कैंटीन पर जीएसटी टैक्स छूट, अर्ध सैनिक कल्याण बोर्ड के गठन, सरदार पटेल के नाम पर अर्ध सैनिक स्कूलों की स्थापना, एक्स मैन दर्जा व अर्ध सेना झंडा दिवस कोष की स्थापना आदि बातचीत के प्रमुख बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की गई।
पुर्व एडीजी एचआर के हवाले से कहा गया कि जब सेना झंडा दिवस की तर्ज पर अर्ध सेना झंडा दिवस कोष की स्थापना का मसला केंद्रीय गृह सचिव के संज्ञान में लाया गया तो माननीय गृह सचिव श्री अजय कुमार भल्ला जी ने आश्वासन दिया था कि सरकार इस महत्वपूर्ण बिंदु पर गहराई से विचार कर रही है। उन्होंने आगे कहा कि आने वाले 21 अक्टूबर पुलिस शहीद दिवस या 31 अक्टूबर सरदार पटेल के जन्मदिन पर इस कोष की स्थापना कर दी जाएगी लेकिन 2 साल होने को आए अभी तक पैरामिलिट्री परिवारों के लिए अर्ध सेना झंडा दिवस कोष की स्थापना नहीं हो पाई।
रणबीर सिंह ने आगे कहा कि इस तरह के कोष को स्थापित करने में किसी विशेष बजटीय प्रावधान की आवश्यकता नहीं है बल्कि आम भारतीयों द्वारा स्वेच्छा से झंडा दिवस कोष में दान दिया जाएगा ओर इस कोष से मिली दान राशी का सदुपयोग रिटायर्ड अर्द्धसैनिकों, शहीद परिवारों , विधवाओं, विरांगनाओं के बच्चों के बेहतर शिक्षा स्वास्थ्य, जवान बेटियों की शादियों, बुड्ढे मां बाप के इलाज व कल्याण एवं पुनर्वास जैसे भलाई के कामों में इस्तेमाल किया जा सकेगा।
जयेंद्र सिंह राणा अध्यक्ष ने कहा कि अर्ध सेना झंडा दिवस कोष, सैनिक कल्याण बोर्ड व राज्यों की राजधानियों में अर्ध सैनिक स्कूलों की स्थापना में कोई बड़े बजट की आवश्यकता नहीं बल्कि इच्छा शक्ति की जरूरत है। उपरोक्त जायज मांगों को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री जी, गृहराज्य मंत्री यहां तक कि महामहिम राष्ट्रपति जी से मुलाकात कर गुहार लगाई गई लेकिन परिणाम ज़ीरो रहा। अब लाखों पैरामिलिट्री चौंकिदारों की नज़रे माननीय प्रधानमंत्री जी की ओर लगी है। उम्मीद कि इस बार जब यशस्वी प्रधानमंत्री जी जब सरहदों पर अर्द्धसैनिकों के साथ दिवाली मनाएंगे तो जवानों को उपहार स्वरूप दिवाली बौन्नजा देंगे। यहीं सच्ची श्रद्धांजलि होगी उन सीआरपीएफ के 10 शूरवीर योद्धाओं को जिन्होंने 21 अक्टूबर 1959 को चीनी आक्रमणकारियों के साथ अदम्य साहस का परिचय देते हुए हॉट स्प्रिंग्स लद्दाख में सर्वोच्च बलिदान दिया था।
