रायपुर : राज्य सरकार ने फिजियोथेरेपी के लिए इच्छुक छात्रों छात्राओं को एक और मौका दिया है, काउंसिलिंग की तारीख बढ़ा दी है। 9 फरवरी तक छात्र आवेदन कर सकतें हैं। राज्य शासन ने अपनी वेब पोर्टल खोल दी है। बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए नीट में शामिल सभी छात्र फिजियोथेरेपी पाठ्यक्रम के लिए (अंतिम अवसर) पंजीयन करा सकते हैं।
9 फरवरी तक पुनः ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है। ऑनलाइन आवेदन के साथ ही संस्था का चयन भी करना है। क्योंकि संस्था चयन के लिए अतिरिक्त समय नहीं दिया जाएगा।
फिजियोथेरेपी के लिए प्रदेश का इकलौता प्राइवेट कॉलेज अपोलो दुर्ग में है। डायरेक्टर आशीष अग्रवाल ने बताया कि फिजियोथैरेपी एक स्नातक पाठ्यक्रम है। जिसकी अवधि पूर्ण करने में 4 वर्ष तथा 6 माह लगते हैं। जिसमें 4 वर्ष अध्ययन और प्रायोगिक प्रशिक्षण के साथ 6 माह का इंर्टनशिप होता है। आपके जानकारी के लिए बता दें कि छत्तीसगढ़ में 2002 से फिजियोथेरेपी काॅलेज प्रारंभ हुआ है।
छत्तीसगढ़ में एक शासकीय व एक निजी क्षेत्र की फिजियोथेरेपी महाविद्यालय का संचालन किया जा रहा है। अपोलो काॅलेज ऑफ फिजियोथेरेपी के छात्रों को फिजियोथैरेपी में न सिर्फ भारत बल्कि अन्य देशों में भी जाकर अच्छे पैकेज में कार्य कर रहे है। 7 एकड़ भूमि में संचालित अपोलो कॉलेज ऑफ फिजियोथैरेपी में आधुनिक उपकरणों से सुसज्जित प्रयोगशालाएं है। इसके अलावा लाईब्रेरी, सेमिनार हॉल, छात्र-छात्राओं के लिए पृथक-पृथक छात्रावास की सुविधा उपलब्ध है।
ज्ञातव्य हो कि अपोलो कॉलेज के विद्यार्थियों को जवाहरलाल नेहरू स्मृति चिकित्सालय सेक्टर 9 हॉस्पिटल भिलाई में प्रायोगिक कार्य की अनुमति प्राप्त है।