रायपुर : छत्तीसगढ़ फिल्म इंडस्ट्री ‘छालीवुड’ अभिनेता करण खान का अभिनय जब भी आप रुपहले परदे पर देखते हैं ऐसा लगता है सचमुच कोई चरित्र को जीवंत करता कलाकार दिखता है, चाहे वो सतीश जैन कृत लैला टिपटाप छैला अंगूठा छाप हो, सार्वा कृत मंदराजी में मंदराजी की भूमिका हो या फिर प्रणव झा कृत बेनाम बादशाह में शराबी की भूमिका हो.
छत्तीसगढ़ी सिनेमा का यह कलाकार बरसों से यहां की फिल्मों में अपने जबरदस्त अभिनय से लोगों के दिलों पर छाया हुआ है.
अभिनय के साथ डांस और कॉमेडी :
छत्तीसगढ़ के हिट निर्देशक अनुपम वर्मा कृत ‘मोही डारे’ में गांव के भटके हुए युवा के किरदार में तो उन्होंने जान फूंक दी थी और लोगों ने इसे काफी पसंद किया था.
डांस की बात करें तो वो डांस में भी कमाल करते नजर आते हैं और कामेडी में भी वो पीछे नहीं हैं अक्सर उन्हें कामेडी करते देखा जा सकता है.
जब बात फिल्मों की आती है तो एक्शन का नाम आना लाजमी है. एक्शन सीन्स को लेकर भी करण काफी अच्छे हैं और हर तरह के एक्शन में फिट रहते हैं. इसीलिए लोग उन्हें शीर्ष पर रखते हैं.
चरित्र को आत्मसात करने की कोशिश करता हूं – करण खान
अपने अभिनय को लेकर करण खान कहते हैं – ‘मैं अभिनय जरूर करता हूं लेकिन चरित्र को आत्मसात करने की कोशिश करता हूं.’ कहानी को समझते हुए किरदार के हिसाब से उसमें ढलने की कोशिश करता हूं. ये मेरी खुशकिस्मती है कि दर्शकों का प्यार मुझे मिलता है.
जीत चुके 11 बार बेस्ट एक्टर का खिताब :
हाल ही में छॉलीवुड स्टारडम अवार्ड उनके कब्जे में आया है. फिल्म बेनाम बादशाह के लिए बेस्ट एक्टर का अवार्ड मिला है. अब तक 11 बार बेस्ट एक्टर का खिताब जीत चुके इस कलाकार ने वर्ष पिछले साल फिल्म मंदराजी के लिए अवार्ड को भी अपनी झोली में डाला था.
लगभग 30 फिल्मों का सफर पूरा कर चुके करण खान को इंडस्ट्री के विकास के लिए सरकार से बहुत उम्मीदें हैं. उन्हें लगता है कि सरकार इस तरफ ध्यान देगी और यह इंडस्ट्री बहुत नाम कमाएगी. लगातार खिताब मिलने पर वो कहते हैं – ‘जितना ऊपर वाला मुझसे काम करवाएगा मैं यहां के सिनेमा के लिए काम करता रहूंगा.’
उन्होंने इस पुरस्कार के बारे में कहा कि – सबका बहुत धन्यवाद, ये सब मां के आशीर्वाद का नतीजा है कि मुझे इतनी सफलता मिल रही है. साथ ही उन्होंने दर्शको को प्यार देने के लिए भी आभार जताया.