शार्ट सर्किट से लगी कपड़ा दुकान में आग फिर पहुँची दूसरी मंजिल पर, परिवार को आसपास के लोगो ने जान पर खेल कर बचाया

Chhattisgarh Digest News Desk ; Edited by : Nahida Qureshi, Farhan Yunus.

बिलासपुर. सिविल लाइन अंतर्गत प्रताप चौक स्थित शिशु गारमेंट में शनिवार सुबह शार्ट सर्किट से आग लग गई। आग दो मंजिला दुकान में फैल गई। दूसरी मंजिल पर दुकान संचालक परिवार के ४ बच्चों समेत ९ सदस्यों के साथ फंस गए। सूचना मिलने पर पुलिस और दमकल कर्मी मौके पर पहुंचे। मोहल्ले वासियों ने जान पर खेलकर परिवार के सदस्यों को घर से बाहर निकाला। करीब साढ़े 3 घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। आगजनी में लाखों का माल जलकर खाक हो गया।

सिविल लाइन पुलिस के अनुसार प्रताप चौक के पास रहने वाले नरेश अग्रवाल पिता राधामोहन अग्रवाल शिशु गारमेंट्स के संचालक हैं। दो मंजिला मकान में नीचे ग्राउंड फ्लोर और पहली मंजिल में उनकी दुकान और गोदाम है। दूसरी मंजिल में वे परिवार के सदस्यों के साथ रहते हैं। शनिवार सुबह परिवार के सभी सदस्य सो रहे थे। करीब पौने ६ बजे दुकान में शार्ट सर्किट से आग लग गई। आग तेजी से ग्राउंड फ्लोर और दूसरी मंजिल में फैल गई। घर में धुंआ भरनेपर नरेश और उनके बेटे विनय उर्फ सोनू की नींद खुद गई। कमरे में धुंआ भरने और नीचे उतरने की सीढियों में आग की लपटें देखकर वे सकते में आ गए। दूसरी मंजिल पर वे परिवार समेत फंस गए। दोनों ने घटना कीसूचना पुलिस और दमकल कर्मियों को दी।

दमकल कर्मियों ने आग बुझाई, मोहल्ले वासियों ने जान पर खेलकर बचाई परिवार की जान: घटना की सूचना मिलने पर दमकल कर्मी मौके पर पहुंचे और आग बुझाना शुरू किया। दूसरी मंजिल से नीचे उतरने के लिए एकमात्र सीढी थी जिसमें आग की लपटें धुंए के साथ बाहर आ रही थी। सीढियों के आसपास दमकल कर्मियों ने पानी डालकर आग की लपटों को कम किया। वहीं मोहल्ल के युवकों ने मिलकर सीढियों से अंदर प्रवेश किया और बारी-बारी कर परिवार के ९ सदस्यों को घर से बाहर निकाला।

कटर से ग्रील काटी, जेसीबी से दीवार तोड़ी तब बुढ़ाई जा सकी आग
दुकान के बाहर आग की लपटें निकलने पर दमकल कर्मियों को आग बुढ़ाने में परेशानी हुई। लिहाजा घोड़ी और सीढियों के सहारे दमकल कर्मी पहली मंजिल की ग्रील को कटर से काटे और अंदर पानी डालकर आग बुझ़ाना शुरू किया। आग बेकाबू होने पर वार्ड पार्षद राजेश सिंह ने जेसीबी बुलवाई और पहली मंजिल की दीवार तोड़वाइ। इसके बाद दमकल कर्मी पाइप लेकर अंदर गए और आग बुझ़ाना शुरू किया। साढ़े ३ घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया।

ये फंसे से घर में जिन्हें बचाया गया
घर में नरेश अग्रवाल उनका बेटा विनय उर्पु सोनू अग्रवाल, नरेश की ६५ वर्षीय मां रूखमणी अग्रवाल, विनय की पत्नी लक्ष्मी उनके दो बच्चे लहर और राम, नरेश की बेटी अंशु और उसके दो बच्चे अदिति और राघव आग की लपटों के बीच फंसे थे। मोहल्ले में रहनेवाले कोमल प्रधान, गोल्डी पोर्ते, मनोज गुप्ता, दिवस राही, पंड़ा गोड़, विजय पंडा, बबला यादव और सोनू गुप्ता ने मिलकर घर से बाहर निकाला।

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