नई दिल्ली/ सरहदों की चाक चौबंद सुरक्षा के लिए एसएससी जीडी चौकीदारों की नियुक्ति की दरकार। प्रधानमंत्री जी से रणबीर की अपील
कॉनफैडरेसन ऑफ एक्स पैरामिलिट्री फोर्सेस मार्टियरस वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा एसएससी जीडी 2018 की नियुक्ति को लेकर ट्विटर पर रात 8 बजे लेकर 11 बजे तक अभियान चलाया। माननीय प्रधानमंत्री जी को टैग करते हुए #Pmo_release_appt_sscgd18 देश के अलग अलग राज्यों से 23 हजार मेडिकल फिट युवाओं द्वारा भागीदारी निभाई गई। जैसा कि मालुम है कि दिनांक 22 अक्टूबर पीएम श्री नरेन्द्र भाई मोदी जी देश के लम्बे समय से नियुक्ति की इंतजार कर रहे युवाओं को दिवाली के पावन पर्व पर 75 हजार युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपेंगे ओर आने वाले डेढ साल में सरकार मिशन मोड में 10 लाख युवाओं की भर्ती करेंगें ।
महासचिव रणबीर सिंह ने प्रैस विज्ञप्ति जारी करते हुए माननीय प्रधानमंत्री जी से अपील किए कि लिखित, फिजिकल, मेडिकल यानी तीनों चक्रव्यूह पार किए, 4 सालों से बांट जोह रहे युवाओं को नियुक्ति हेतु वरियता दी जाए। जैसा कि श्री नित्यानंद राय केंद्रीय गृह राज्यमंत्री ने संसद में बयान दिया था कि केंद्रीय अर्धसैनिक बलों में 1 लाख से अधिक सिपाहियों के पद खाली पड़ें हैं। अतः देश की 16 हजार किलोमीटर लंबी सरहदों की चाक चौबंद चौंकिदारीं करने, राज्यों की कानून व्यवस्था बनाए रखने, आतंकवादियों, नक्सलियों से लोहा लेने, पोर्ट, एयरपोर्ट, मैट्रो व अन्य औद्योगिक संस्थानों की सुरक्षा, अचानक आने वाली बाढ भुकंप जैसी प्राकृतिक विपदाओं में इन मजबूत कंधो की देश को फिलहाल जरुरत है।
वर्ष 2018 से लम्बी व उबाऊ 4 सालों से चली भर्ती प्रक्रिया में फिफ्टी फिफ्टी का खेल खेला गया जिसमें 55 हजार के करीब मेडिकल फिट अभ्यर्थी नियुक्ति पत्र से वंचित रह गए। जिसमें से तकरीबन तीन चौथाई अभ्यर्थी भर्ती की तय सीमा से औवर-एज यानी उम्र पार हो गए जो अब किसी भी भर्ती प्रक्रिया में फार्म अप्लाई नहीं कर सकते। लंबी चली भर्ती प्रक्रिया में कोविड महामारी की वजह से भी लेट लतीफी हुई बेहतर होता कि इन उम्र पार कर गए हजारों युवाओं को सरकार 2 साल की उम्र में छूट दे देते तो यह अभ्यर्थी 2022-23 की होने वाली परीक्षाओं में बैठ पाते।
ज्ञातव्य रहे कि 12 नवंबर 2020 को भर्ती व मेडिकल प्रकिया में देरी को लेकर कॉनफैडरेसन के बैनर तले महासचिव रणबीर सिंह द्वारा 5 हजार अभ्यर्थीयो के साथ बापू की समाधी राजघाट पर शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन किया गया ओर महामहिम राष्ट्रपति जी, नोडल एजेंसी सीआरपीएफ व चेयरमैन स्टाफ सलेक्शन कमीशन को भर्ती प्रक्रिया में हो रही देरी की ओर ध्यान दिला मैमोरेंडम सौंपा गया जिसके चलते कोविड काल में इन युवाओं का मेडिकल सम्भव हो पाया।
आज इन 55 हजार युवाओं की माली हालत बहुत खराब है। पिछले दिनों सैकड़ों अभ्यर्थियों ने नागपुर अनशन के बाद दिल्ली के लिए पैदल मार्च किया लेकिन दिल्ली में प्रवेश करने से पहले ही स्थानीय पुलिस प्रशासन द्वारा इन युवाओं जिनमें नवयौवना भी शामिल थीं फरीदाबाद पलवल से वापस इनके गृह राज्यों में जाने के लिए तुगलकी फरमान दिया गया।
अब यशस्वी प्रधानमंत्री जी द्वारा धनतेरस के अवसर पर लगाए जाने वाले रोजगार मेले के कारण इन 55 हजार मेडिकल फिट युवाओं में आशा एवं उम्मीद की नई किरण की अनुभूति का संचार हुआ है और इसी लिए ये अभ्यार्थी ट्विटर बाबा की शरण में गए ताकि माननीय प्रधानमंत्री जी इन युवाओं की व्यथा को समझे व संज्ञान लेते हुए सभी मेडिकल फिट युवाओं को रोजगार मेले में वरियता के आधार पर नियुक्ति पत्र जारी किए जाएं ताकि दिवाली के पावन अवसर पर युवाओं के घरों में अंधकार को चीरकर नई रोशनी की जगमगाहट होवे।