रायपुर : मिशन अमृत योजना के अंतर्गत नवनिर्मित 80 एमएलडी क्षमता के जल शुद्धिकरण संयंत्र के सम्पवेल को 150 एमएलडी क्षमता के सम्पवेल से जोड़े जाने का कार्य करने तथा रायपुरा और कुकुरबेड़ा में निर्मित उच्च स्तरीय जलागारों हेतु बिछाई गई राइजिंगमेन पाइपलाइन का इंटरकनेक्शन कार्य किये जाने के कारण शहर की 26 टंकियों से पानी सप्लाई घरों में नहीं होगी. जिस से 50 % रायपुर की आबादी प्रभावित होगी.

नगर निगम के मुख्य अभियंता आर. के. चौबे ने बताया कि 150 एमएलडी प्लांट से भरने वाली 26 पानी टंकियां भाठागांव, चंगोराभाठा, कुशालपुर, डीडी नगर, ईदगाहभाठा, सरोना, टाटीबंध, कोटा, कबीर नगर, जरवाय, गोगांव, मठपुरैना, लालपुर, अमलीडीह, अवंति विहार, मंडी, मोवा, सड्डू, दलदल सिवनी, रामनगर, कचना, आमासिवनी, देवपुरी, बोरियाखुर्द, जोरा एवं नया भनपुरी ओवरहेड टैंक से 1 अगस्त को सुबह नियमित जलप्रदाय करने के पश्चात 3 अगस्त की सुबह तक जलप्रदाय प्रभावित रहेगा.
किराया भंडार से गायब हुए ड्रम
3 दिन पानी न आने के समाचार से आम जनता अभी से परेशान हाल हो चुकी है. अधिकतर किराया भण्डार से नागरिक ड्रम को किराये पर ले जा रहे है. पानी को जमा कर के उपयोग में लाने की कवायद बढ़ गयी है.

ऐसे में यदि पर्याप्त पानी की सप्लाई निगम द्वारा न कि गयी तो पानी की समस्या से जूझ रही जनता किस तरह अपने रोजमर्रा कार्य की पूर्ति करेगी ये समस्या जनता के सामने खड़ी है.
नगर-निगम से नही मिला अबतक कोई आश्वासन
कुछ लोगो से जब छत्तीसगढ़ डाइजेस्ट की टीम ने बात की तो पाया गया कि आम जनता चाहती है कि ये तीन दिन निगम द्वार तक पानी टैंकर की व्यवस्था आम नागरिकों के लिए करता तो शायद महापौर के कार्यो की सराहना वार्डवासियों द्वारा की जाती पर सोचने वाली बात है कि इस विषय पर महापौर और नगर निगम ने कोई विचारणीय कदम उठाने का आश्वासन जनता को नही दिया है.
एक तरफ मौसम के उतार-चढ़ाव को लेकर जनता परेशान है तो वही अब 3 दिन पानी न मिलने की बात से उनके दैनिक उपयोग के किर्याकलाप पर प्रभाव पड़ने की बात से भी आम नागरिक परेशान है।