अंतिम वक्त में भी वो मुस्कुरा रहे थे, पर क्या ऋषि कपूर की ये 3 दिल की ख्वाहिशें पूरी कर पाएगी मोदी सरकार ?

admin

April 30, 2020

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अंतिम वक्त में भी वो मुस्कुरा रहे थे, पर क्या ऋषि कपूर की ये 3 दिल की ख्वाहिशें पूरी कर पाएगी मोदी सरकार ?

Published on: April 30, 2020
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chhattisgarh digest web desk :

बॉलीवुड :  हर मुद्दे पर खुलकर अपनी आवाज रखने वाले बॉलीवुड एक्टर ऋषि कपूर ने आज मुंबई के अस्पताल में आखिरी सांस ली। अपने अंतिम वक्त में भी वो मुस्कुरा रहे थे। ऋषि कपूर के अचानक इस तरह से चले जाने से बॉलीवुड ही नहीं पूरा देश सदमें में चला गया है।
पीएम मोदी से लेकर कई बड़े नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है। ऐसे आज हम उनकी कुछ ऐसी इच्छा के बारे में बात करने जा रहे हैं। जो उन्होंनें मोदी सरकार से लगाई थी।

नही रहे हिंदी सिनेमा के अभिनेता ऋषि कपूर

कोई निजी इच्छा नहीं :
ऋषि कपूर हमेशा देश के बारे में पोस्ट करते रहते थे उनकी ये इच्छाए भी देशवासियों के लिए हैं । उन्होंने पीएम मोदी से अरुण जेटली और स्मृति ईरानी से मुफ्त शिक्षा, मेडिकल और पेंशन जैसे मुद्दों पर काम करने का अनुरोध किया था। ऋषि कपूर ने तो इस दुनिया को अलविदा कह दिया पर क्या उनकी ये देश हित की इच्छाएं मोदी सरकार पूरी कर पाएगी। आपको बता दें कि ये तीनों ट्वीट उन्होंने एक ही दिन जाहिर की थी।

अंतिम वक्त में भी वो मुस्कुरा रहे थे ( फाइल फोटो : ऋषि कपूर )

आइए जानते हैं उन ट्वीट्स में ऋषि कपूर ने क्या कहा था….

ये हैं उनके ट्वीटऋषि कपूर ( Rishi kapoor ) ने ये ट्वीट पिछले साल 27 मई को किया था। अपने इस ट्वीट में उन्होंने लिखा – मैं चुनाव में दोबारा जीतने वाले अरुण जेटली, स्मृति इरानी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( Narendra modi ) से अनुरोध करता हूं कि भारत में मुफ्त शिक्षा, मेडिकल सुविधा और पेंशन आदि मुहैया कराने पर काम करें।

उन्होंने दूसरे ट्वीट में कहा कि आप लोगों के पास पूरे नए 5 साल हैं। इस दौरान आप लोगों के बारे में सोचिए और उनके हित में कदम उठाइए। इसके साथ उन्हें लगा कि वो ज्यादा बोल गए हैं तो उन्होंने ये भी लिखा कि मुझे माफ करें अगर मैं ज्यादा बोल गया हूं तो, लेकिन एक नागरिक होने के नाते आवाज उठाना मेरा कर्तव्य है।

ऋषि ने अपने तीसरे ट्वीट में लिखा था कि अगर हम अपने देश के युवाओं को पढ़ाएंगे तो वो उन्हें अच्छी नौकरी मिलेगी। इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि एक सच्चे लोकतंत्र में नोटबंदी, काउस्लॉटर बैन, ऐंटी सेक्युलर जैसे मुदेदे नहीं होने चाहिए।

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