
रायपुर। एम्स रायपुर को यूएस-एड के दस पोर्टेबल वेंटिलेटर मिले कोविड-19 रोगियों के लिए उपयोगी साबित होंगे, सभी वेंटिलेटर अमेरिका से आए हैं। पोर्टेबल वेंटिलेटर का उपयोग रोगियों को शिफ्ट करने में किया जा सकेगा । नए वेंटिलेटर मिलने से एम्स की क्षमता बढ़ेगी। पोर्टेबल वेंटिलेटर आ जाने से छत्तीसगढ़ में कोरोना के मरिजों को एक स्थान से दूसरे स्थान में ले जाने में अब और आसानी होगी ।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स रायपुर को 10 नए पोर्टेबल वेंटिलेटर मिले है । ये वेंटिलेटर यूनाइटेड स्टेट्स एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (यूएस-एड) ने भारत सरकार को उपलब्ध कराए हैं। इन पोर्टेबल वेंटिलेटर में से 10 नग रायपुर एम्स को दिए गए हैं । नए पोर्टेबल वेंटिलेटर कोविड-19 पॉजीटिव रोगियों के लिए काफी उपयोगी हैं। इन वेंटिलेटर का प्रयोग रोगी को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाने के लिए एंबुलेंस में उपयोग किया जा सकता है । एम्स के निदेशक डॉ नितिन एम. नागरकर के मुताबिक पोर्टेबल होने की वजह से इन्हें कहीं भी ले जाया जा सकता है, आसानी से इनका प्रयोग संभव है। कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए ये वेंटिलेटर को बहु-उपयोगी साबित होंगे ।
जानकारी के मुताबिक एम्स में 73 वेंटिलेटर उपलब्ध हैं, जिनका प्रयोग कोविड-19 वार्ड में, विभिन्न विभागों के वार्डों में और इमरजेंसी में किया जा रहा है। नए पोर्टेबल वेंटिलेटर आ जाने से एम्स की गंभीर रोगियों का इलाज करने की क्षमता और अधिक बढ़ जाएगी। इस पोर्टेबल वेंटिलेटर को 720 घंटे याने 30 दिन तक आसानी के साथ प्रयोग किया जा सकता है।