छत्तीसगढ़ : कोराना वायरस संक्रमण को लेकर छत्तीसगढ़ में विशेष सतर्कता बरती जा रही है। इसी क्रम में मुख्य सचिव आरपी मंडल ने सभी जिला कलेक्टरों और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश जारी किया है। इसमें सर्दी जुकाम से पीड़ित हर मरीज का स्वास्थ्य परीक्षण कराने का निर्देश दिया गया है। प्रदेश में कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण के प्रसार को रोकने में इससे मदद मिलने की उम्मीद की जा रही है।
सभी जिलों में सर्दी-जुकाम, श्वसन संबंधी गंभीर बीमारी के सभी मरीजों का चिकित्सकीय परीक्षण अनिवार्य रुप से कराने के निर्देश दिए हैं। मुख्य सचिव ने अधिकारियों को फिजिकल डिस्टेन्सिंग के नियमों का पालन करते हुए इस कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता से करने कहा है। स्वास्थ्य विभाग के सचिव और सभी संभाग आयुक्तों को शीघ्र आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए गए हैं।
हॉट-सपॉट कटघोरा में स्वास्थ्य सचिव
इसी तारतम्य में स्वास्थ्य सचिव निहारिका बारिक सिंह ने कोरोना संक्रमण के लिए चिन्हांकित हॉट-सपॉट कटघोरा पहुंचकर कोरोना ग्रस्त पुरानी बस्ती एरिया का निरीक्षण भी किया । निरीक्षण के बाद उन्होंने स्वास्थ्य विभाग और प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक ली ।
उन्होंने स्वास्थ्य विभाग द्वारा किये जा रहे सैंपलिंग जांच की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि अस्पताल जाने वाले मरीजों में यदि सर्दी, खासी, बुखार के लक्षण पाए जाते हैं तो ऐसे मरीजों के भी सैंपलिंग जांच किये जाएंगे। जिससे पता चल सके कि संक्रमण बाहर तो नहीं आ रहा है। सभी जिलों में रैंडम सैंपलिंग भी कर रहें हैं।
कोरबा में विशेष सतर्कता
आज कोरबा कलेक्टर को 2000 रैपिड किट उपलब्ध कराया गया। छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमित मरीजों के जल्द स्वस्थ्य होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यदि संक्रमण का पता शुरूआती दौर में चल जाता है तो इसका उपचार जल्दी संभव है। देरी होने पर परेशानी बढ़ जाती है ।
इसके अलावा युवाओं में रोग प्रतिरोधक क्षमता ज्यादा होने से उन पर वायरस का प्रभाव कम होता है। उन्होंने जमनीपाली में बनाए गए क्वारेन्टाइन सेन्टर का भी निरीक्षण किया। इस दौरान उनके साथ कलेक्टर किरण कौशल, एसपी अभिषेक मीणा सहित स्वास्थ्य विभाग और प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद थे।