नई दिल्ली : कोरोना वायरस की महामारी ने पूरे देश को परेशान कर दिया है. देश के सभी बड़े शहर इसकी चपेट में आए हैं. सरकारी आंकड़ों पर नजर डाले तो वायरस से संक्रमित जिलों की संख्या इस माह दो अप्रैल को 211 थी जब आज यानी बुधवार 21 अप्रैल तक 430 तक जा पहुंची है. देश के छह प्रमुख शहर कोरोना वायरस के सबसे बड़े हॉटस्पॉट बनकर उभरे हैं. देशभर में कोरोना संक्रमण के अब तक जितने मामले हैं, उनमें से करीब 45 फीसदी इन छह महानगरों से ही हैं. महाराष्ट्र का मुंबई शहर इस मामले में सबसे ऊपर है, जहां कोरोना के 3000 से अधिक मामले सामने आए हैं. देश की राजधानी दिल्ली में भी कोरोना के केसों की संख्या बढ़ते हुए 2081 तक पहुंच गई है.
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इसके बाद गुजरात का अहमदाबाद शहर हैं, जहां कोरोना के केस 1298 तक जा पहुंचे हैं. मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में कोरोना के 915, महाराष्ट्र के पुणे में 660 और राजस्थान की राजधानी जयपुर में 537 के आसपास मामले अब तक रिपोर्ट हुए हैं. इन छह शहरों में अब तक आए कोरोना के मामले को जोड़ें तो यह टोटल 8520 आता है जो देश में कुल कोरोना केसों की संख्या (19,984) का 42.63 प्रतिशत है. हालांकि देश में कोरोना संक्रमण के मामले में इजाफा हो रहा है, इस बीच सरकार के स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा है कि देशव्यापी लॉकडाउन की वजह से ट्रांसमिशन की गति कम हो रही है. लॉकडाउन 25 मार्च से शुरू हुआ था और अगले माह तीन मई तक जारी रहेगा.
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स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल के अनुसार, कोरोना संक्रमण के मामले अब औसत 7.5 दिनों में दोगुने हो रहे हैं जबकि लॉकडाउन के पहले यह आंकड़ा 3.4 दिनों का था. उन्होंने इसे कोरोना वायरस की महामारी के खिलाफ देश की जंग में पॉजिटिव ट्रेंड बताया. भारत में कोरोना वायरस के कुल संक्रमितों की संख्या 19,984 है. पिछले 24 घंटों में कोरोना के 1,383 नए मामले सामने आए हैं और 50 लोगों की मौत हुई है. हालांकि, थोड़ी राहत वाली बात यह है कि इस बीमारी से अब तक मरीज 3,870 ठीक हो चुके हैं.
राज्यवार बात करें तो देश के अब तक कोरोना संक्रमण के कुल केसों में से 60 फीसदी पांच राज्यों- महाराष्ट्र, गुजरात, दिल्ली, राजस्थान और तमिलनाडु से हैं. सरकार ने कहा है कि कोरोना संक्रमण के इस ‘असमान प्रसार’ से स्वास्थ्य अधिकारी वायरस के शीर्ष प्रभावित क्षेत्रों या दिल्ली और मुंबई जैसे रेड जोन्स पर खास ध्यान केंद्रित कर सकते हैं.