
नेपाल राइस ऑयल एंड दाल इंडस्ट्री एसोसिएशन ने मांग की है कि सरसों के तेल पर लगने वाले 13 फीसदी मूल्यवर्धित कर (वैट) को खत्म किया जाए. रविवारको एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यूनियन ने कहा कि घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए सरसों के तेल पर से 13 फीसदी वैट हटाया जाना चाहिए. एसोसिएशन के मुताबिक, आयातित सरसों के तेल की अत्यधिक मात्रा के कारण नेपाल के स्वदेशी उद्योग बंद हो गए हैं।
एसोसिएशन ने यह भी मांग की है कि चूंकि चावल, तेल और दाल मिलें कृषि उद्योग हैं, इसलिए उन्हें कृषि उद्योग के लिए उपलब्ध सुविधाएं मिलनी चाहिए और लाल बासमती चालम को विदेशी निर्यात के लिए खोला जाना चाहिए।
अनुरोध है कि स्वदेशी कृषि उद्योग के विकास के लिए सामाजिक कृषि अनुदान एवं कृषि संरक्षण नीति के विकास का मार्ग प्रशस्त करें।