Chhattisgarh Digest News Desk ; Edited by : Nahida Qureshi, Farhan Yunus.
रायपुर। अविभाजित मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के अचानक छत्तीसगढ़ दौरे से राज्य का सियासी माहौल गरमा गया है। लौटने से पहले सिंह ने कहा कि गांधी परिवार के बिना कांग्रेस को नहीं देखा जा सकता है। मोदी से राहुल ही लड़ सकते हैं। सिंह कांग्रेस के तीन बड़े नेताओं के साथ पूर्व मुख्यमंत्री जोगी को श्रद्धांजलि देने सागौन बंगला भी गए। इसके बाद सिंह विशेष प्लेन से भोपाल लौट गए। उनके लौटने के साथ सियासी गलियारे में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के विलय से लेकर कांग्रेस पार्टी के भीतर असंतोष की चर्चा एक बार फिर शुरू हो गई।

दिग्विजय से मुलाकात के बाद अमित जोगी ने कहा कि पापा के 5 दशकों से अभिन्न मित्र रहे मध्य प्रदेश के पूर्व CM दिग्विजय सिंह ने आज रायपुर निवास में मुझे सांत्वना दी। पापा के जाने के बाद ऐसे चुनिंदा व्यक्ति बचे हैं जो मेरा मार्गदर्शन कर सकते है। दिग्विजय अंकल, जिन्होंने अपने जीवन में सदैव सम्बन्धों को राजनीति से अधिक महत्व दिया, उनमें से एक हैं।
बृजमोहन के बयान पर दिग्विजय ने दिया यह जवाब
भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने दावा करते हुए कहा था कि मध्य प्रदेश और राजस्थान के बाद छत्तीसगढ़ में भी कांग्रेस सरकार पर संकट के बादल मंडराने रहे हैं। बृजमोहन ने कहा कि रायपुर से लेकर दिल्ली तक कांग्रेस परेशान है। पार्टी में कोई नेतृत्व नहीं है और हाईकमान का कोई नियंत्रण नहीं है, इसलिए वे गलत निर्णय ले रहे है। राजस्थान और मध्य प्रदेश उस असंतोष का परिणाम है।
वे अब डर गए हैं कि एमपी और राजस्थान में जो हुआ, वह छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़ कांग्रेस डर रही है और कांग्रेस के विधायकों में बहुत ज्यादा असंतोष है। बृजमोहन के इस बयान पर पलटवार करते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि यानी बीजेपी और बृजमोहन के पास इतना पैसा आ गया है की वो नीलामी में शामिल हाेने जैसी बातें कर रहे हैं। क्या वे नीलामी करने बैठे हैं क्या ? गौरतलब है कि राजस्थान में सीएम अशोक गहलोत ने खुलकर कहा था कि बीजेपी उनकी सरकार गिराने की कोशिश कर रही है।