Saturday, July 27, 2024

राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बैजयंत जय पांडा ने लिया सीटों का ब्योरा, कोटा पर खास नजर

भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और बिलासपुर जिले की 6 सीटों के चुनाव प्रभारी बैजयंत जय पांडा सोमवार को जिले में पहुंचे। उन्होंने बिलासपुर पहुंचते ही कोटा विधानसभा क्षेत्र के साथ ही एक के बाद एक सभी सीटों का ब्योरा लिया। भाजपा हारी हुई सीटों खासतौर पर उस सीट पर ज्यादा फोकस कर रही है, जहां उसने कभी भी खाता नहीं खोला।

जिले में कोटा अकेली ऐसी सीट है, जहां से भाजपा कभी नहीं जीती। 14 चुनावों में 13 बार कांग्रेस और 2018 में पहली बार छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस (जोगी) से पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की पत्नी डॉ रेणु जोगी ने भाजपा के काशीराम साहू को हराकर अपना कब्जा बरकरार रखा।

साल 2018 से पहले इस सीट से डॉ रेणु जोगी लगातार 3 चुनावों में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ती रहीं। JCCJ का गठन होने के बाद कांग्रेस से बगावत कर उन्होंने जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जोगी) से पर्चा भरा।

दैनिक भास्कर से बातचीत में बैजयंत जय पांडा ने जिले की सभी सीटों पर बेहतर प्रदर्शन करने और छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार बनाने का दावा किया। उन्होंने बताया कि आज से विधानसभा चुनाव तक वे यहीं पर रहकर हर सीट की चुनावी गतिविधियों का जायजा लेंगे।

भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने ये पूछने पर कि हारे हुए उम्मीदवारों को दोबारा टिकट दिया जाएगा या नहीं, कुछ भी बताने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि उम्मीदवार तय होने की प्रक्रिया पूरी होने वाली है और सेंट्रल इलेक्शन कमेटी कभी भी इसकी घोषणा कर सकती है। माना जा रहा है कि PM मोदी के जगदलपुर दौरे के बाद टिकटों की घोषणा कर दी जाएगी।

जिले में भाजपा के चुनाव प्रभारी ने छत्तीसगढ़ भवन में संगठन के कुछ नेताओं से बंद कमरे में अल्प चर्चा की। जिलाध्यक्ष रामदेव कुमावत ने उन्हें हर विधानसभा की राजनीतिक स्थिति, आंकड़े और अन्य जानकारियों की फाइल सौंपी।

बैठक में पूर्व मेयर किशोर राय, संगठन से संभाग प्रभारी राजा पांडेय मौजूद थे। संगठन के सूत्रों के मुताबिक, बैजयंत जय पांडा बूथ से लेकर मंडल और जिले के संगठन के नेताओं, कार्यकर्ताओं से बैठक कर पार्टी की नब्ज टटोलेंगे। इस दौरान असंतुष्टों को साधने का भी दायित्व उन्हें दिया गया है।

जिले की कोटा विधानसभा सीट पर 1952 से लगातार कांग्रेस का कब्जा रहा है। इसका प्रतिनिधित्व करने वालों में पं. मथुरा प्रसाद दुबे और मध्यप्रदेश और फिर छत्तीसगढ़ विधानसभा के स्पीकर, मप्र मंत्रिमंडल में मंत्री रहे राजेंद्र शुक्ला, डॉ रेणु जोगी जैसे दिग्गज नेता शामिल रहे हैं।

पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के निधन के बाद बदले हुए समीकरण में यहां कांग्रेस के साथ ही भाजपा भी अपनी पैठ जमाने के लिए जुटी हुई है। बावजूद इसके कांग्रेस के लिए यह सुरक्षित सीट मानी जा रही है। यही वजह है कि शहर के कांग्रेस नेता अटल श्रीवास्तव अध्यक्ष पर्यटन मंडल, जिला कांग्रेस अध्यक्ष विजय केशरवानी, जिला पंचायत के अध्यक्ष अरुण सिंह चौहान सहित कई दावेदार टिकट के लिए जोर-आजमाइश कर रहे हैं।

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